दहेज प्रथा : एक अभिशाप (निबंध)
“देखो तो, दहेज ने संसार की बदल दी है, सोच। बेटी माँ-बाप के लिए बनी हुई है, बोझ ।।” भारतीय संस्कृति में विवाह को एक आध्यात्मिक कर्म, आत्माओं का मिलन, पवित्र संस्कार और धर्म-समाज का आवश्यक अंग माना गया है। किसी भी देश की सामाजिक कुरीतियाँ उस देश के सामाजिक ढाँचे को कमज़ोर करती हैं। … Read more